बॉडी बिल्डिंग कोर्स शुरू करने से पहले बॉडी बिल्डिंग से प्रभवित होने वाले शरीर हिस्सों का समझना आवश्यक है बॉडी बिल्डिंग और साधारण व्यायाम के अंतर को संक्षेप में समझ लेने के बाद बॉडी बिल्डिंग से प्रभावित होने वाले मसल्स का महत्व का आसानी से आप की समझ में आ जाएगा।
साधारण व्यायाम और बॉडी बिल्डिंग में अंतर __ स्वस्थ शरीर में स्वस्थ आत्मा निवास करती है यहाँ कहावत बहुत पुरानी है। हर कोई चाहता की वह स्वस्थ रहे। उसका शरीर निरोगी रहे। व्यायाम करते रहें । व्यायाम अनेक तरीके से सारे संसार में चले है हमारे देश में देशी व्यायाम के रूप में दंड -बैठक जैसी कसरत कर के शरीर को को स्वस्थ बनाने का रिवाज प्राचीन काल से चला आ रहा है। इस व्यायाम से मासपेशिया सुडौल और ठोस होती है शरीर बलवान होता है। साधारण आघात सहने लायक रहता है कुछ लोग इसे आगे बढ़ाकर कुस्ती लड़ने के शौक में पहलवान बनते है। अपने जिला , देश स्थर में नाम रोशन करते हुए इंटरनेसनल अर्जित करते है। इसके लिए उदाहरण के तौर पर गमा पहलवान तथा आज के दौर में डरा सिंह , रंघवा के नाम लिय जा सकते है। अब मांसपेशियां में सुडौलता और पुष्टता की आवश्यकता होती है , वही बॉडी बिल्डिंग में एक- एक मासपेशियां की सुडौलता और उभार की जरूरत पड़ती है बॉडी बिल्डिंग में शरीर की प्रतियोगिता होती है। मंच पर आकर प्रतियोगी को अपने शरीर के कट्स दिखने पड़ते है। वहां इस बात को नहीं देखा जाता कि आप कितने दांव - पेच जानते है यह कितनी चुस्ती फुर्ती के साथ एक प्रतियोगी दूसरे प्रतियोगी को पछाड़ देते है। वहां यह देखा जाता है। कि आप ने आपने शरीर को कितना सुडौल और पुष्ट बनाया है।
मांसपेशियों का महत्त्व __बॉडी बिल्डिंग के प्ररम्भिक अभ्यासों में मासपेशियों के सात समूहों पर ध्यान देना होता है
कंधे __ भार के सभी व्यायाम से कंधे पुष्ठ होते हैं।
ट्राइपेप्स __मासंपेशियों का यह विशेष समूह हैं , जो शरीर की सुडौलता निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके लिए देखें आगे का चार्ट।
बाइसेप्स __यह भी मांसपेशियों का समूह है। , इसका अभ्यास सबसे अंत में किया जाता है।
पेट __ शुरूआती वार्म अप के लिए पेट की मासपेशियाों से अभ्यास करना चाहिए।
जांघो __ वार्म अप के बाद जांघों का व्यायाम करना चाहिए। टाँगें आपने आप ही पीठ की निचली मासंपेशियों को एकत्र कर देती हैं , इसलिए जांघों का अभ्यास पेट के बाद आता है। यह शरीर का सबसे बड़ा मांसपेशियों का समूह है।
जांघो __ वार्म अप के बाद जांघों का व्यायाम करना चाहिए। टाँगें आपने आप ही पीठ की निचली मासंपेशियों को एकत्र कर देती हैं , इसलिए जांघों का अभ्यास पेट के बाद आता है। यह शरीर का सबसे बड़ा मांसपेशियों का समूह है।
छाती __ इसके लिए डम्बल , बरबैल तथा अन्य मशीन उपकरण अभ्यास में प्रयुक्त होती है।
पीठ __ इसके लिए पहले वार्म अप होने की आवश्यकता होती है फिर भार वाले व्यायाम आरम्भ करें।कंधे __ भार के सभी व्यायाम से कंधे पुष्ठ होते हैं।
ट्राइपेप्स __मासंपेशियों का यह विशेष समूह हैं , जो शरीर की सुडौलता निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके लिए देखें आगे का चार्ट।
बाइसेप्स __यह भी मांसपेशियों का समूह है। , इसका अभ्यास सबसे अंत में किया जाता है।
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